5 SIMPLE TECHNIQUES FOR SHIV CHALISA IN GUJARATI LYRICS

5 Simple Techniques For shiv chalisa in gujarati lyrics

5 Simple Techniques For shiv chalisa in gujarati lyrics

Blog Article

तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥

शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

सोमवार – जिस भी क्षेत्र में आप कार्य करते हैं, आपको जल्दी सफलता मिलती है.

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी । क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥

सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और नंदी को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥

शिव भजन

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर read more करो भगवन।

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

Report this page